हमें रावण के साथ सामाजिक बुराइयों को भी मारना होगा: महंत विशाल गौड़

समाज में वैसे तो रावण के अलावा भी बहुत बुराईयां फैली हुई है, हम सभी उन बुराईयों से कहीं न कहीं परेशान ही रहते है। हम सभी को इस दशहरे में उन सभी बुराइयों को भी रावण के साथ मारने का प्रण लेना चाहिए। दस आधुनिक रावणीय वृतियों पर विजय पाना ही असली विजयादशमी है। जब हम सभी इनसे लड़ेगे और समाधान पायेगे तभी सच्चे अर्थों में रामराज्य का निर्माण होगा। हिन्दु धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दशहरा के दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था और मां दुर्गा ने महिषासुर का संघार किया था। ऐसा मान्यता है कि नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस से युद्ध किया और दशमी के दिन उसे पराजित किया। यह पर्व हमें सदैव धर्म, सत्य और न्याय के मार्ग पर चलाने के लिए प्रेरित करता है। दशहरा हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन किया जाता है। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। दशहरा का नाम विजयादशमी है, संस्कृत में इसे विजयादशमी कहा जाता है, जिसका अर्थ है विजय का दसवां दिन, यह नाम ही इस त्योहार का मूल संदेश बताता है, अच्छाई की बुराई प...