Posts

Showing posts from October, 2020

उपचुनाव में योगी की प्रतिष्ठा दाँव पर

Image
   उत्तर प्रदेश में सात सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव होने वाले हैं। आमतौर पर यह प्रचलन है कि इन चुनावों को सत्ता दल का चुनाव माना जाता है। योगी सरकार के दौरान 2019 में विधानसभा के ग्यारह सीटों पर हुए उपचुनाव इस मान्यता के विपरीत साबित हुए थें। इन चुनाव में भाजपा को एक सीट का नुकसान और सपा को दो सीटों का फायदा हुआ था। इससे कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को पिछले चुनाव की अपेक्षा नौ सीटें कम मिली औऱ बढ़े मत प्रतिशत के बावजूद वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 312 सीटों के स्थान पर केवल 275 सीटों पर बढ़त हासिल हुआ। जबकि उसके पास पुलवामा में पाकिस्तानी हमले में शहीद सैनिकों सहित पाकिस्तान में घुसकर सर्जीकल स्ट्राइक करने जैसा राष्ट्रवादी औऱ संवेदनशील मुद्दे और मोदी का जादू था भी था। वर्ष 2018 में  भाजपा गोरखपुर और फूलपुर जैसे प्रतिष्ठा वाली लोकसभा सीटें समाजवादी पार्टी से हार गयी थी। उस समय योगी सरकार पर भ्रष्टाचार और खराब कानून व्यवस्था का आरोप भी नही था। जनप्रतिनिधियों और संगठन का कोई प्रत्यक्ष विरोध नही था। अब राजनीतिक परिस्थितियाँ बिल्कुल उलट हैं। विपक्ष योगी सरकार पर

मनुष्य का मन एवं उसकी शक्तियाँ

  मनुष्य का मन एवं उसकी शक्तियाँ सर्वविदित है कि ईश्वर का अंश एक है और वह अपने उसी अंश से सृष्टि के सृजन से लेकर विनाश तक अलग-अलग रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करता है। मनुष्य का ब्रह्माण्ड तुल्य स्थूल शरीर भी उसी ईश्वरीय अंश रूपी पंचतत्वों से सृजित है। मनुष्य के स्थूल शरीर के मस्तिष्क में चेतना रूपी शिव के अंश से ही नाभि में ब्रह्मा स्थान तथा हृदय में विष्णु रूप में स्थापित होकर क्रमश: सृजन एवं ब्रह्माण्ड रूपी शरीर के संचालन का दायित्व निभाते हुए स्वयं चेतना कैलाश रूपी मस्तिष्क में अन्त:चतुष्टय इन्द्रियों अर्थात् मन, बुद्धि, चित्त एवं अहंकार का जन्मदाता बनकर मानव जीवन यात्रा में अपनी भूमिका का निर्वहन करता है। मनुष्य शरीर में अलग-अलग भूमिकाओं में सभी में इसी प्रकार ईश्वरीय अंश की शक्ति विद्यमान है जिनके अलग-अलग दायित्व एवं महत्व हैं। इसी में एक महत्वपूर्ण एवं अत्यन्त ही शक्तिशाली अंश है 'मनÓ जो कि मनुष्य की जीवन यात्रा में उसके उददेश्यों की प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, कहावत है कि 'मन के जीते जीत है, मन के हारे हारÓ इसका अभिप्राय यह है कि यदि मन पर नियंत्रण पा लि

रामराज्य यात्रा निकालेगी अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा

Image
लखनऊ। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने शनिवार को राजधानी स्थित अपने कार्यालय पर रामराज्य यात्रा निकालने का ऐलान किया। वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री कुँवर राघवेन्द्र सिंह राजू ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए बताया कि विजयदशमी के बाद हिन्दू रक्षा सेना के सहयोग से क्षत्रिय महासभा पूरे देश में रामराज्य यात्रा का आयोजन करने जा रही है। राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि आगरा व अलीगढ़ मण्डल के दौरे से लौटने के बाद क्षत्रिय समाज में हाल में घटी घटनाओं को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है। संगठन चाहता है कि निर्दोष बच्चों को फंसाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने हाथरस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि सत्ता स्वार्थ के लिए देश जलाने वालों जनता सब समझ रही है सुधर जाओ तुम्हारे मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। क्रोध भी तब पुण्य बन जाता है, जब वह "धर्म" और "मर्यादा" के लिए किया जाए।  वरिष्ठ महामंत्री ने कहा कि सहनशीलता भी तब पाप बन जाती है जब वह "धर्म" और "मर्यादा" को बचा नहीं पाती। ठाकुरों का कोई अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने मांग उठाई थी कि सीबीआई जांच हो औ