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Showing posts from March, 2022

सैमसग गैलेक्सी ए सीरीज़ ए73 5जी की घोषणा

सैमसग ने गैलेक्सी ए सीरीज़ को मजबूत किया लखनऊ : भारत के भरोसेमंद स्मार्टफोन ब्रांड, सैमसंग ने आज अपने पोर्टफोलियो में पाँच नए मॉडल Galaxy A13/A23/A33 5G/A53 5G/A73 5G शामिल किए । इसके साथ गैलेक्सी ए सीरीज़ स्टाईलिश और टिकाऊ डिज़ाईन, ताजगीभरे नए रंग और फ्लैगशिप विशेषताओं के साथ और ज्यादा मजबूत हो गई है। इन स्मार्टफोन का उद्देश्य किफायती मूल्य में गैलेक्सी के लेटेस्ट इनोवेशन का एक संपूर्ण पैकेज प्रदान करना है, ताकि शानदार टेक्नॉलॉजी सभी को मिल सके। गैलेक्सी ए73 5जी में ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाईज़ेशन (ओआईएस) के साथ फ्लैगशिप लेवल का 108 मेगापिक्सल कैमरा, वाटर एवं डस्ट रज़िस्टैंस के लिए आईपी67रेटिंग के साथ बेहतर ड्यूरेबिलिटी, शक्तिशाली स्नैपड्रैगन 778 5जी प्रोसेसर और 120 हर्ट्ज के रिफ्रेश रेट के साथ सुपर एमोलेड+ डिस्प्ले है। गुफरान आलम, सीनियर डायरेक्टर, मोबाइल बिजनेस, सैमसंग इंडिया ने कहा, ‘‘सैमसंग में हम गैलेक्सी अनुभव के साथ खुलेपन और असीमित संभावनाओं में यकीन करते हैं। गैलेक्सी ए सीरीज़ किफायती मूल्य में फ्लैगशिप जैसी विशेषताएं प्रस्तुत करके इसी विश्वास को प्रतिबिंबित करती है। हम जो पाँच

अपोलोमेडिक्स में कंप्रेहेंसिव इंटरवेंशनल प्रोसीजर स्पेसिफिक एनलजेसिया कार्यशाला

अपोलोमेडिक्स में संपन्न हुई कंप्रेहेंसिव इंटरवेंशनल प्रोसीजर स्पेसिफिक एनलजेसिया कार्यशाला - दो दिवसीय आयोजन में विशेषज्ञों ने अल्ट्रासाउंड गाइडेड रीजनल एनेस्थीसिया तकनीक विभिन्न पहलुओं पर की चर्चा और दिया डेमो लखनऊ: मार्च 27, 2022: अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ द्वारा दो दिवसीय कंप्रेहेंसिव इंटरवेंशनल प्रोसीजर स्पेसिफिक एनलजेसिया संगोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस दौरान देश विदेश से पधारे डॉक्टर्स ने अल्ट्रासाउंड गाइडेड रीजनल एनेस्थीसिया तकनीक में हुई प्रगति और नवाचारों के विषय के वृहद चर्चा की। इस आयोजन के विषय में बताते हुए अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीईओ और एमडी डॉ मयंक सोमानी ने बताया, "अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में बेहतर से बेहतर विश्व-स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए अल्ट्रा-मॉडर्न मेडिकल टेक्नोलॉजी का प्रयोग होता आया है। सर्जरी और पुराने दर्द के इलाज में प्रभावित हिस्से पर एनेस्थीसिया के प्रयोग की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। इस दिशा में विभिन्न तकनीकों के बारे में जानने और सीखने के उद्देश्य से पहले भी इस तरह की संगोष्ठियों और कार

यावर अली शाह को आईआईसी कैटेलिस्ट सम्मान

आईआईसी 22 राष्ट्रीय सम्मेलन में यावर अली शाह को आईआईसी कैटेलिस्ट सम्मान लखनऊ यावर अली शाह, सह-संस्थापक और सीईओ, एएमए हर्बल लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड को आईआईसी 2022 राष्ट्रीय सम्मेलन में आईआईसी कैटेलिस्ट सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें वैश्विक अर्थव्यवस्था, समाज, और पृथ्वी के भौतिक वातावरण जैसी तीन जटिल प्रणालियों के परस्पर समन्वय पर विचार तथा हल पर आयोजित राष्ट्रीय गोष्ठी में दिया गया । शुक्रवार को जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ में आरम्भ हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आईआईसी 2022 के 16वें संस्करण का विषय "रेसिलिएंस एंड सस्टेनिबिलिटी ऐज़ द ड्राइवर्स ऑफ़ ग्रोथ" है जिसका अर्थ विकास के लिए आवश्यक चालकों के रूप में लचीलापन और स्थिरता का महत्त्व है। इस वर्ष आईआईसी 2022 सम्मेलन के प्रथम दिन श्री यावर अली शाह सहित उद्योग जगत के कुछ उन ख़ास लोगो को आईआईसी कैटेलिस्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिन्होंने कोविड संकट के दौरान अपने कारोबार को बनाए रखने के साथ साथ समाज के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सम्मानित हुई हस्तियों में राजेश निगम, निदेशक, करम इंडस्ट्

6 माह में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर ने उप्र में 55 हज़ार लोगों को सेवाएं दी

6 माह में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश में 55 हज़ार से अधिक लोगों को प्रदान की गई सेवाएं • उत्तर प्रदेश में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड एएलएस एंबुलेंस संचालित कर रही है • एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने में सहायक है ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा संचालित एएलएस एंबुलेंस • 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस - उत्तर प्रदेश के लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध उत्तर प्रदेश एशिया की सबसे बड़ी आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में अपने सेवा के 7 महीने पूरे कर लिए हैं। इस कार्यकाल में फरवरी 2022 तक ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा कुल 55307 प्रकरणों में अपनी सेवाएं प्रदान कर लोगों की सहायता की गई है। इनमें सर्वाधिक मामले 10061 सड़क दुर्घटना की वजह से जख्मी हुए मरीजों के हैं। इसके अलावा श्वास संबंधी समस्याओं के 9500 से अधिक मामलों में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा अपनी सेवाएं प्रदान की गई है। इसके साथ ही ह्रदय रोग एवं हार्ट अटैक के मरीजों को भी एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड

मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल से गर्दन कंधे और दर्द की बढ़ रही समस्या

मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल से गर्दन कंधे और दर्द की बढ़ रही समस्या लखनऊए : रिमोट वर्किंग और मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग के कारण लोगों की शारीरिक गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है और स्क्रीन टाइमिंग में भी वृद्धि हुई हैए रीजेंसी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, लखनऊ के डॉक्टर रोहित जैन ने कहा कि वे रीढ़ से संबंधित बहुत सारे मुद्दों जैसे गर्दन और पीठ में असहनीय दर्द लोगो में देख रहे हैं। उनकी ओपीडी में कई हड्डी से सम्बंधित मुद्दों में पर्याप्त वृद्धि के पीछे डॉक्टर ने गलत शरीर मुद्रा को जिम्मेदार ठहराया। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसारए गतिहीनता और खराब मुद्रा में वृद्धि से मस्कुलोस्केलेटल विकारों की शुरुआत को बढ़ावा मिलता हैए विशेष रूप से पीठ के निचले हिस्से में दर्द और गर्दन में दर्द। डॉ रोहित जैन, कंसलटेंट , ऑर्थोपेडिक्स , स्पोर्ट्स मेडिसिन एंड जॉइंट रिप्लेसमेंटए रीजेंसी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, लखनऊ ने कहा “ महामारी के बाद ऐसे मामलों में काफी वृद्धि हुई है क्योंकि अधिकांश लोगों ने अपनी जीवन शैली को पूरी तरह से बदल दिया है। दिन

2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए शुरुआती पहचान और सटीक निदान महत्वपूर्ण - हेस्टैकएनालिटिक्स इनसाइट्स

2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए शुरुआती पहचान और सटीक निदान महत्वपूर्ण है - हेस्टैकएनालिटिक्स इनसाइट्स भारत में तपेदिक (टीबी) के 65% मामले 15-45 आयु वर्ग के लोगों में हैं भारत में तपेदिक (टीबी) के कारण मृत्यु के मामले दक्षिण एशियाई पड़ोसियों की तुलना में अधिक है मुंबई, 23 मार्च 2022: मुंबई स्थित हेल्थटेक स्टार्ट-अप, हेस्टैकएनालिटिक्स ने देश भर में टीबी संक्रमणों की संख्या में 49% की खतरनाक वृद्धि की जानकारी दी है। ये ऐसे मामले हैं जो बड़े पैमाने पर बिना निदान के रहते हैं। यह स्थिति लोगों में इस बीमारी के बारे में जागरूकता की बढ़ती आवश्यकता और देश में सटीक निदान सेवाओं के विस्तार की आवश्यकता की ओर इशारा करती है। हेस्टैकएनालिटिक्स को भारत सरकार के विज्ञान व तकनीक मंत्रालय, हेल्थकेयर क्षेत्र के दिग्गज जैसे डॉ. वेलुमणि और निजी संस्थान जैसे जीई हेल्थकेयर और इंटेल इंडिया स्टार्ट अप प्रोग्राम का समर्थन प्राप्‍त है। तपेदिक के सटीक और समय पर निदान को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर टिप्पणी करते हुए, हेस्टैक एनालिटिक्स के सह-संस्थापक और सीईओ, डॉ अनिर्वन चटर्जी ने कहा , “हेस्टैक

ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान 3 सीज़न, 10 विजेताओं की घोषणा

ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान 3 सीज़न में 40 लाख भारतीय महिलाओं तक पहुंचा सीज़न 3 के 10 विजेताओं की घोषणा सन 2019 से ब्रिटानिया मारी गोल्ड ने हर साल 10 होमप्रेन्योर्स को 1 करोड़ रु. की सीड फंड प्रदान किया भारत की गृहणियों को उद्यमशीलता के सपने पूरे करने में मदद करने के लिए भारत की नं. 1 बेकरी फूड्स कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ ने अपने मशहूर मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान सीज़न 3 के शीर्ष 10 विजेताओं की घोषणा की। इस अभियान के तहत, 10 विजेताओं को सम्मानित किया गया और प्रत्येक को अपने व्यवसाय को गति देने के लिए 10 लाख रु. दिए गए। इस अवसर पर श्री अमित दोशी, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड और मिस. साइरी चहल, फाउंडर, शेरोज़ एवं महिला मनी मौजूद थे। ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान उभरती हुई गृहणियों के लिए वित्तीय आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और खुद को महिला उद्यमी बनाने का एक मंच है। सीज़न 3.0 के चयनित प्रत्याशियों ने वर्चुअल माध्यम से अपने विचार एक प्रतिष्ठित ज्यूरी के सामने रखे। इस ज्यूरी में अग्रणी महिला उद्यमी जैसे साइरी चहल, रश्मि बंसल, रेणु शाह, आका

मेदांता लखनऊ में दो सफल प्रत्यारोपण के साथ शुरू हुआ लिवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम

मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में दो सफल प्रत्यारोपण के साथ शुरू हुआ लिवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम लखनऊ: मेदांता अस्पताल लखनऊ ने अपने पहले दो लीवर प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किए हैं। प्रत्यारोपण मेदांता लीवर ट्रांसप्लांट इंस्टिट्यूट, लखनऊ के चेयरमैन डॉ ए एस सोइन के मार्गदर्शन में डॉ अमित रस्तोगी, डॉ प्रशांत भंगुई, डॉ रोहन चौधरी, हेपेटोबिलरी साइंसेज के निदेशक, डॉ अभय वर्मा, और एनेस्थेटिस्ट डॉ विजय वोहरा और डॉ सीके पांडे की कुशल सर्जन्स की टीम द्वारा किए गए। मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए दो मरीज, पहले जो की व्यवसायी है फैज़ाबाद से और दूसरे मरीज़ शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक है लिवर फेलियर के चलते गंभीर रूप से बीमार थे। इन दोनों का ही मेदांता अस्पताल लिवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के तहत लिवर ट्रांसप्लांट हुआ। ट्रांसप्लांट के बाद दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं और शीघ्र ही अपना सामान्य जीवन व्यतीत करने लगेंगे। डॉ सोइन ने बताया, "अब लखनऊ सही मायनों में विश्व स्तरीय लीवर ट्रांसप्लांट सेंटर बन चुका है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही कि हमने वयस्क और बाल चिकित्सा लीवर ट्रांसप्लांट के अपने अनुभव के साथ मेदांता ल

ट्रॉपिकाना के समर कैम्‍पेन में जूसों की गुडनैस का जश्‍न

पेप्सिको के अग्रणी जूस ब्रैंड ट्रॉपिकाना ने अपने नए कैम्‍पेन में स्‍वादिष्‍ट और ताज़गी प्रदान करने वाले जूसों की गुडनैस का जश्‍न मनाते हुए गर्मियों के मौसम का स्‍वागत करने की तैयारी कर ली है। ब्रैंड ने आज एक नया टीवीसी जारी किया जो ब्रैंड की नई एसेप्टिक और पारदर्शी पैट पैकेजिंग को ‘गुडनैस जो दिखती है’के संदेश के जरिए उभारता है। इस विज्ञापन फिल्‍म ने युवाओं के साथ उनके संदर्भों में जुड़ते हुए यह दिखाया है कि किस तरह अंदरूणी अच्‍छाई को उभारकर कभी-कभी बुरे हालातों को भी बदला जा सकता है। यह फिल्‍म शुरू होती है सड़क किनारे खड़े प्रमुख किरदार और उसके दोस्‍तों के साथ, तभी एक तेज रफ्तार कार उनके बेहद नज़दीक से गुजरती है जिससे वे कुछ सहम जाते हैं। उनमें से एक दोस्‍त अपना गुस्‍सा ज़ाहिर करता है। तभी वह कार रुकती है और एक हट्टा कट्टा आदमी कार से बाहर आता है। उसे अपनी तरफ आता देखकर गुस्‍सा करने वाला दोस्‍त अब डरता है लेकिन प्रमुख किरदार पहले की तरह शांत भाव से खड़ा रहता है। वह अपने दोस्‍तों से पूछता है कि क्‍या वे ट्रॉपिकाना की पारदर्शी बॉटल से ‘अंदर की गुडनैस’को देख सकते हैं,और वह उस हट्टे कट्

जगुआर आई-पेस बैटरियों द्वारा शून्य-उत्सर्जन वाली एनर्जी

जगुआर आई-पेस बैटरियों द्वारा शून्य-उत्सर्जन वाली एनर्जी 19 मार्च 2022: जगुआर की इंजीनियरिंग टीम ने शून्य-उत्सर्जन ऊर्जा भंडारण यूनिट को विकसित करने के लिए प्रामैक के साथ मिलकर काम किया है। इस यूनिट को सेकंड लाइफ जगुआर आई-पैस बैटरीज से पावर मिलती है, जिन्‍हें मॉडल और इंजीनियरिंग टेस्ट वाहनों से लिया जाता है। इस तकनीक को ऑफग्रिड बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (ईएसएस) कहा जाता है। प्रामैक की इस तकनीक से दूसरी बार उपयोग में जगुआर आई पेस बैटरी को लिथियम आयन सेल्स से पावर मिलती है। यह वहाँ शून्य कार्बन का उत्सर्जन करने वाली ऊर्जा की आपूर्ति करती है, जहाँ मेन सप्लाई तक पहुँच या तो बहुत सीमित होती है या बिलकुल नहीं होती है। इस क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए ब्रिटेन और स्पेन में परीक्षण के दौरान यूनिट ने 2022 एबीबी एफआईए फ़ॉर्मूला- ई वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी में मदद की। इस यूनिट का इस्तेमाल टीम के आधुनिक जाँच उपकरणों और रेसिंग कार की ट्रैक परफॉर्मेंस का विश्लेषण करने के लिए किया गया। इसके अलावा इस यूनिट से जगुआर पिट गैरेज को सहायक ऊर्जा की सप्लाई भी की गई। जगुआर टीसीएस रेसिंग की ऑफग्रिड बैटरी ई

अब पीयर एजुकेटर करेंगे स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूक

चार कालेजों के 100 एनएसएस छात्र प्रशिक्षित लखनऊ, स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर आमजन को जागरूक करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पीयर एजुकेटर बनाने का सिफ्सा का प्रयास जारी है। ये पीयर एजुकेटर अपने कालेज के साथियों, समुदाय और मलिन बस्तियों में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे। एनएचएम के डिवीजनल प्रोजेक्ट मैनेजर राजा राम यादव ने बताया कि जिले के पांच डिग्री कालेज और लखनऊ विश्वविद्यालय से पीयर एजुकेटर चुने गए हैं। हर कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) से 25 छात्रों को चुना गया है और इन सबको प्रशिक्षित कर पीयर एजुकेटर बनाया गया है। पीयर एजुकेटर उन लोगों को कहते हैं जो स्वास्थ्य विभाग से नहीं होते हैं लेकिन प्रशिक्षण पाने के बाद समाज के अन्य लोगों को जागरूक करने के काम आते हैं। उन्होंने बताया कि पांच कालेजों में गुरुनानक डिग्री कालेज, अवध कालेज, रामधीन कालेज, श्रीराम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय शामिल हैं इसी क्रम में नेशनल पीजी कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों को दो दिवसीय ट्रेनिंग दी गई। यादव ने बताया कि दो दिन में छात्रों को स्वास्थ्य से जुड़े सभी मुद्दों जैसे लैंगिक

गैस्ट्रो और मधुमेह रोगी होली में सावधानी बरते-डॉ प्रवीण झा

रंगों के साथ खेलें लेकिन गैस्ट्रो और मधुमेह रोगियों को होली के साथ सावधानी बरतनी चाहिए लखनऊ: रंगों के त्योहार को सुरक्षित तरीके से मनाने के लिए रीजेंसी सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल लखनऊ के डॉक्टरों ने होली के दौरान पेट के स्वास्थ्य और ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने के लिए क्या करें और क्या न करें, साझा किया है। उन्होंने कहा गैस्ट्रो और मधुमेह के रोगियों को होली में बने पकवान के सेवन से बेहद सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि एक दिन में लापरवाही बरतने से गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। यह देखा गया है कि लोगों ठंडाई का सेवन करते है जिसमे भांग मिली होती है, जो कई बार घुटन, डिहाइड्रेशन, पेट दर्द और बेचैनी का कारण बन सकती है। यह हृदय रोगियों, मधुमेह रोगियों और उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि भांग की अधिकता नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसी तरह, लोग गुझिया और शराब का भी अधिक मात्रा में सेवन करते हैं जो ब्लड शुगर लेवल तो बढ़ाता ही है पर साथ ही पेट और लीवर से संबंधित कई स्वास्थ्य स्थितियों को भी बढ़ा देता है। रीजेंसी सुपरस्पेशलटी हॉस्पिटल, लखनऊ के गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजी

टीके के बल पर ही पोलियो व चेचक को समाप्त किया : डॉ. सूर्यकान्त

राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (16 मार्च) पर विशेष टीकों की सौगात, बीमारियों को दें मात: डॉ. मनोज टीके के बल पर ही पोलियो व चेचक को किया समाप्त : डॉ. सूर्यकान्त कोविड को भी टीके के बल पर ही मात देने की तैयारी लखनऊ। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (16 मार्च) पर 12 से 14 साल के बच्चों को कोविड टीके (कोर्वेवैक्स) की सौगात मिलने जा रही है, इसकी दूसरी डोज बच्चों को पहले टीके के 28 दिन बाद दी जायेगी । इसके तहत जल्द से जल्द प्रदेश के 12 से 14 साल के करीब 85 लाख बच्चों का टीकाकरण कर कोरोना से सुरक्षित बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही अब 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को एहतियाती डोज लगायी जायेगी, अब को-मार्बिड की अनिवार्यता को ख़त्म कर दिया गया है । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के महाप्रबन्धक- टीकाकरण डॉ. मनोज शुकुल का कहना है कि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित बनाने में टीकों की अहम् भूमिका है । राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे -5 (एनऍफ़एचएस-5 ) वर्ष 2019-21 के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश में अब भी 12 से 23 माह के करीब 70 फीसद बच्चों (वैक्सीनेशन कार्ड व माँ से पूछताछ के आधार पर) को ही पूर्ण प्रतिरक्

2022 में 15 प्रतिशत ज्यादा दागी छवि वाले बनें माननीय

2017 के मुकाबले 11 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवारों में भी इजाफ़ा 22 प्रतिशत विजेता उम्मीदवार 8वीं से 12वीं पास लखनऊ: उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सभी 403 विजेता उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है विजेता उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों की बात करे तो 403 में से 205 (51%) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 143 (36%) विधायको ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये थे। 158 (39 %) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है जो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 107 (26%) विधायकों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये थे। 5 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से सम्बंधित मामले घोषित किये हैं 29 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बंधित मामले, 6 विजेता उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बंधित मामले, 6 में से 1 विजेता उम्मीदवार ने अपने ऊपर बलात

सपा गठबंधन को इस चुनाव में हर हाल में फायदा होगा

सपा गठबंधन को इस चुनाव में हर हाल में फायदा होगा हुजैफ़ा उत्तर प्रदेश में 2022 में सरकार चाहे सपा बनाये या भाजपा लेकिन इन चुनावों में यदि किसी पार्टी को फायदा होगा तो वह समाजवादी पार्टी को होता दिख रहा है। सपा ने गत अपनी सरकार में काम किये उनके बल पर वह जनता के बीच गयी और अपने गठबंधन प्रत्याशियों के साथ पूरी ताकत और लगन के साथ चुनाव लड़े। समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सभी कार्यकर्ताओं और गठबंधन प्रत्याशियों में चुनाव जीतने के लिये जो जोश होना चाहिए वह भरने में वह कामयाब हुए। ओम प्रकाश राजभर और स्वामी प्रसाद मौर्या के सपा में आने से अखिलेश की राह कुछ आसान हो गयी। सपा में इनके आने के बाद नयी ऊर्जा पैदा की। कई संगठनों और दलों के साथ आने से सपा को फायदा होता दिख रहा है। इन चुनावों में सपा को 2017 के मुकाबले काफी सीटों और मत प्रतिशत का इजाफा होगा। लगभग सभी एग्जिट पोल्स में सपा के लिए वोट शेयर में 10,15 फीसदी इजाफा होने का अनुुमान है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में भाजपा का दूसरा विकल्प बनने में भी सफल रही है। वहीं बहुजन समाज पार्टी के वोटों में सेंध

एग्जिट पोल के बाद भी सटोरियों की पहली पसंद है सपा

एग्जिट पोल के बाद भी सटोरियों की पहली पसंद है सपा हुजेफा लखनऊ। अब बस कुछ ही घंटों के इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता पर किसका कब्जा होगा इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी, लेकिन उसके पहले भी सटोरियों ने भी अपने पैर पसार दिए हैं। भाजपा एवं सपा के बीच सत्ता की जंग में सटोरिए भी कुछ स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं लेकिन एग्जिट पोल के आए नतीजों के बाद भी सपा सटोरियों की पहली पसंद बनी हुई है। एग्जिट पोल से पहले सटोरिए सपा को 60 का भाव दे रहे थे लेकिन एग्जिट पोल आने के बाद भी सपा से सटोरियों की दिलचस्पी कम नहीं हुई है और अब भाजपा व सपा का भाव 50-50 का बराबरी पर चल रहा है। लखनऊ की कुर्सी के लिए जहां जंग राजनैतिक दलों के बीच छिड़ी है वहीं सटोरिए भी अपनी अलग जंग छेड़े हैं इसमें कोई कंगाल होगा तो कोई मालामाल। सत्ताधारी भाजपा पुराना इतिहास दोहराने की जददोजहद में है तो सपा भाजपा को कुर्सी से हटाकर कब्जा अपने काम व भाजपा की असफलता से करना चाह रही है। चुनाव के दौरान आरोपों-प्रत्यारोपों से लेकर बड़बोलेपन के नजारे भी खूब देखने को मिले। प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में चुनाव दिलचस्प रहा। भाजपा, सपा, कांग्रेस व बसप

मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ व आईएपी लखनऊ ने चिकित्सकों के लिए वैज्ञानिक परिचर्चा

मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ व आईएपी लखनऊ ने चिकित्सकों के लिए वैज्ञानिक परिचर्चा लखनऊ : मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ के सहयोग से इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स ने चिकित्सकों के लिए बाल रोगों के सम्बंध में हुए वैज्ञानिक शोधों और प्रगति के विषय मे चर्चा का आयोजन किया। इस चर्चा के दौरान बच्चों में होने वाली गंभीर बीमारियों के शोध पत्रों के विषय पर व्याख्यान दिया गया। राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित बाल रोग विशेषज्ञों ने कई गंभीर बीमारियों के विषय मे चर्चा की। चर्चा के प्रतिभागियों को आईएपी के चेयरपर्सन डॉ अजय कुमार और डॉ पियाली भट्टाचार्य ने आईएपी लखनऊ के क्रियाकलापों के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी। डॉ. अभिषेक बंसल, आईएपी अध्यक्ष, लखनऊ व डॉ. अमित रस्तोगी, आईएपी सचिव ने गर्मजोशी के साथ मेहमानों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस अवसर पर चर्चा की शुरुआत करते हुए डॉ अनिल गुप्ता - सीनियर कंसलटेंट, पीडियाट्रिक इंटेनसिविस्ट – मेदांता हॉस्पिटल ने बताया, “वर्तमान समय में बाल रोग गम्भीर चुनौतियों में से एक है क्योंकि बच्चों के आगे आने वाले भविष्य को प्रभावित करते हैं। दुनिया भर में बच्चों की गम्भीर बीमारियो