- मालिनी अवस्थी का नया गाना लोकगीत रेलिया बैरन हुआ लॉन्च

रेलिया बैरन भारत की मातृशक्ति की त्याग और साहस की अभिव्यक्ति : पद्मश्री मालिनी अवस्थी
लखनऊ। प्रसिद्ध शास्त्रीय,लोकगायिका और बॉलीवुड सिंगर मालिनी अवस्थी का नया गाना रेलिया बैरन सोमवार को राजधानी के ताजमहल होटल लखनऊ में लॉन्च हुआ। ये गीत सरेगामा हम भोजपुरी के यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध होगा। इस पारंपरिक गीत को अपने सुमधुर संगीत से सजाया है सचिन कुमार ने। इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए मालिनी अवस्थी ने बताया कि विस्थापन पूरब की त्रासदी रही है। एक बेहतर जिंदगी की तलाश में हर रोज, अपना गांव घर परिवार छोड़कर रेलगाड़ी में बैठ कर न जाने कितने ही युवा अपने सपने पूरा करने परदेस जा बसते हैं। पीछे रह जाती है प्रियतम का इंतजार करती दो जोड़ी तरसती आंखें। प्रतीक्षा के लंबे समय को आंसुओं में नही, मनोभावों में गूंथकर गाकर व्यक्त करने की कला हमारी पूर्वजों में थी, जिन्होंने लोकगीतों के जरिए एक दूसरे से अपना दुख सुख गा कर साझा किया। यह वह रेल बैरन है जो पिया को ले कर चली गई। उन्होंने कहा कि इस गीत की आत्मा आज भी उतनी ही पवित्र है। आज इसे फिर से दुनिया के सामने प्रस्तुत करने की अवश्यकता इसलिए पड़ी क्यूंकि आज भी विस्थापन यानी माइग्रेशन जारी है। हर रोज कोई न कोई प्रवासी नौकरी की तलाश में परिवार को छोड़ देश और विदेश जा रहा। रेलिया बैरन हमारे भारत की मातृशक्ति की त्याग और साहस की अभिव्यक्ति है। यह गीत ऐसी समस्त मातृशक्तियों को समर्पित है। मालिनी बताती हैं कि मुझे गर्व है कि मैं एक लोककलाकर हूं। लोकजीवन की पीड़ा, दुख, खुशी, उल्लास को शामिल होना, उसे बांटना और व्यक्त करना हम लोक कलाकारों का दायित्व भी है। माटी से इसी भावनात्मक जुड़ाव और पुरखों की सांस्कृतिक विरासत लोकगीतों के चलते मातृभूमि उत्तर प्रदेश और बिहार के साथ ही देश विदेश में मुझे लोगों अपार स्नेह और प्यार मिला है।
गौरतलब है कि कन्नौज में जन्मी मालिनी अवस्थी ने लोकगीत, शास्त्रीय संगीत गायन के साथ ही कई बॉलीवुड गीतों में भी अपनी आवाज दी है। इसके साथ ही उनका गाया गीत ‘सैयां मिले लड़कइयां’ आज भी देश के करोड़ों संगीत प्रेमियों के जुबान पर है। मालिनी अवस्थी ने प्राचीन लोकसंगीत को देश विदेश तक पहुंचाया है। कई बड़े सिंगिंग रियलिटी शो में जज के रूप में युवा प्रतिभाओं को तराशने का काम किया है। जिसके चलते भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया है। आज वह देश के लोककलाकारों की प्रेरणा के रूप में जानी जाती हैं। ______________________________________________________________________ Malini Awasthi LOKGeet

Comments

Popular posts from this blog

नए अल्ट्रा-हाई टैक्स की वजह से विदेशी अवैध ऑनलाइन गेम्स का रुख कर रहे भारतीय

फिक्की एफएलओ ने महिला उद्यमियों को सशक्त करने के लिए सिलीगुड़ी चैप्टर लांच

ब्लूस्टोन के 'बिग गोल्ड अपग्रेड' ने पुराने सोने के एक्सचेंज की बढ़ायी चमक!