प्रतिष्ठित संस्था मेधज टेक्नो कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड के 18वें स्थापन पर सेमिनार आयोजित

अध्यात्म व भारत के विकसित बनने में मेधज का योगदान : साध्वी निरंजन ज्योति
अध्यात्म व भारत के विकसित बनने में मेधज का योगदान है। यह बात फतेहपुर से सांसद तथा पूर्व खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मेधज द्वारा ताज होटल में आयोजित 18 वें फाउंडेशन डे "अष्टदशारोहण" में कही। इस फाउंडेशन डे के अवसर पर सस्टेनेबिलिटी पर एक सेमिनार भी आयोजित किया गया। सेमिनार के पहले सत्र में जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी वहीं दूसरे सत्र में उत्तर प्रदेश के पूर्व जल शक्ति मत्री डॉ महेंद्र सिंह मौजूद थे। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षित रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के बाद से बहुत काम किया। देश में जो शौचालय बने, गैस चूल्हा दिया गया तथा सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है, यह सब पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए ही किया जा रहा है। स्वच्छता व पर्यावरण आदि पर प्रधानमंत्री ने बहुत काम किया। आज पूरा विश्व भारत की तरफ देख रहा है। दूसरे सत्र में प्रदेश के पूर्व जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने कहा कि वर्ष 1952 में जहां देश की जनसंख्या 35 करोड़ थी वही आज 140 करोड़ पहुंच गई है। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 26 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं। तमाम आंकड़े देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से 2025 तक देश ने खूब विकास किया। 81 करोड़ लोगों को जहां फ्री में राशन दिया जा रहा है वहीं शिक्षा का दर 80 परसेंट पहुंच गया है। भारत का ग्रोथ रेट लगातार बढ़ रहा है। रक्षा उत्पादन में भी भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। इस अवसर पर देशभर से आए विशेषज्ञों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व मेधज संस्था के प्रमुख डॉ समीर त्रिपाठी ने कहा कि पेड़ लगाना व गाय पालन करना ही सस्टेनेबिलिटी है। भगवान श्री कृष्णा ने गीता में सस्टेनेबिलिटी को ही समझाया है। उन्होंने कहा कि सस्टेनेबिलिटी से ही वैदिक परंपरा व गुरु परंपरा वापस होगी तथा ज्योतिष व धर्मशास्त्र के पाठ्यक्रम में शामिल होने के बाद ही लोगों में सस्टेनेबिलिटी आयेगी। इससे पर्व साध्वी निरंजन ज्योति के साथ डॉ समीर त्रिपाठी, उनकी माता जी रेखा त्रिपाठी, छोटे भाई गुंजन त्रिपाठी आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गुंजन त्रिपाठी ने बताया कि मेधज भगवान विष्णु का नाम।है। इनके मंत्र से ही कर्मचारी दिन की शुरुआत करते है। मिशन नेट ज़ीरो: हरित पहल की शुरुआत" सेमिनार में मेधज टेक्नो कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड ने दिया 'ग्रीन ग्रोथ, ग्रीन फ्यूचर' का नारा लखनऊ, 26 जून 2025 प्रतिष्ठित संस्था मेधज टेक्नो कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड के 18वें स्थापना दिवस अवसर पर होटल ताज, गोमती नगर, लखनऊ में आयोजित "मिशन नेट ज़ीरो: हरित पहल की शुरुआत" सेमिनार में पर्यावरणीय सतत विकास और भारत के कार्बन न्यूट्रल लक्ष्य को लेकर कई महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए। इस सेमिनार में नीति-निर्माताओं, पर्यावरण विशेषज्ञों, उद्योगजगत के प्रतिनिधियों और नवप्रवर्तकों ने भाग लिया, जहां "कार्बन के विरुद्ध भारत की जंग" को लेकर स्पष्ट रूपरेखा और रणनीतियाँ प्रस्तुत की गईं। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय ""स्थायी भविष्य की ओर भारत का कार्बन युद्ध अब शुरू हो चुका है," रहा, जो भारत सरकार द्वारा पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्र में दिखाए गए संकल्प और नेतृत्व से प्रेरित रहा। कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय भावना और पर्यावरणीय जागरूकता से परिपूर्ण रहा। विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं, नवप्रवर्तकों और कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लेते हुए हरित विकास, स्मार्ट ऊर्जा, टिकाऊ इंफ्रास्ट्रक्चर और नीति-निर्माण जैसे विषयों पर गहन चर्चा की। इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद एवं मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति जी उपस्थित रहीं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व जल शक्ति मंत्री एवं वर्तमान में विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, पूर्व आईएस अधिकारी एवं पूर्व सचिव आशीष उपाध्याय, IIT कानपुर के प्रोफेसर डॉ सच्चिदानंद त्रिपाठी,"श्री रवि शंकर प्रसाद, पूर्व आईएएस एवं विशेष मुख्य सचिव श्री रविशंकर प्रसाद, अरुण कुमार रणनीतिक सलाहकार (एशिया रिसर्च एंड एंगेजमेंट) ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर मंच की शोभा बढ़ाई। • इस कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा दीप प्रज्वलन से की गई। इसके बाद सर्वप्रथम साध्वी निरंजन ज्योति ने अपने अभिभाषण की शुरुआत मेधज संस्था के नाम को लेकर की। उन्होंने Medhaj ग्रुप की प्रशंसा करते हुए कहा- यथा नाम तथा गुण। उन्होंने कहा मेधज शब्द अपने आप में एक प्रेरक शब्द है यह शब्द आपके अंदर एक नई ऊर्जा का प्रवाह करता है। ऐसा नाम डॉक्टर समीर त्रिपाठी जैसे अध्यात्म की समझ रखने वाला व्यक्तिव ही कर सकते हैं। डॉक्टर समीर त्रिपाठी जी जहां इतना बड़ा व्यवसाय पूरे देश में चला रहे है वहीं साथ ही वह ज्योतिष जैसी गूढ़ विद्या में भी पारंगत हैं। उन्होंने आगे कहा कि इतनी प्राचीन परम्परा होने के बावजूद हमारी संस्कृति के कारण हमारा देश बचा हुआ है क्योंकि हमारे देश की नींव में अध्यात्म है। हमारे प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास के साथ जहां भारत मां को विकसित करनें में लगे हुए हैं वहीं वह आध्यात्म से जुड़े स्थलों को भी फिर से संजोने का कार्य कर रहे हैं। डॉक्टर समीर त्रिपाठी जी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गए नक्शे कदम पर चल कर देश को अध्यात्म और विकास की राह पर आगे बढ़ा रहे हैं। मेधज ग्रुप के CMD डॉक्टर समीर त्रिपाठी की मां एवं Medhaj ग्रुप की निदेशक रेखा त्रिपाठी जी की तारीफ करते हुए साध्वी ने कहा कि उन्होंने एक ऐसा पुत्र पैदा किया है जिसने सिर्फ दूसरों को देने में विश्वास किया है। फिर चाहे बात देश के विकास की हो या फिर समाज में सनातन संस्कृति के प्रति जागरूकता की हो। उन्होंने कहा Medhaj ग्रुप सतत विकास की अवधारणा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए सौर ऊर्जा, पर्यावरण के क्षेत्र में, स्वास्थ के क्षेत्र में जो कार्य कर रहा है वो सराहनीय है। साध्वी जी ने आगे कहा कि मेधज ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर समीर त्रिपाठी जितने अच्छे लेखक और वक्ता हैं उतने ही अच्छे वो व्यापारी भी हैं। जो सतत विकास के सभी लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण को बिना क्षय किए आधुनिकता की विकास में देश को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। Medhaj ग्रुप के CMD डॉ समीर त्रिपाठी की बातों का समर्थन करते हुए उन्होंने गाय की महत्ता पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि गाय एक ऐसा पशु है जो सिर्फ देने का काम करती है। गाय में 33 करोड़ देवी देवता बसते हैं। हमें जीवन में कम से कम एक गाय की सेवा करने का संकल्प जरूर लेना चाहिए। • इस सेमिनार में उपस्थित विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में देश 2016 में जहां 117 वीं रैंक पर था वहीं 2025 में बेहतरीन प्रदर्शन करता हुआ भारत 99वें स्थान हासिल कर लिया है। विकसित राष्ट्रों की तुलना में हम जनसंख्या में सबसे ज्यादा होते हुए, क्षेत्रफल में काफी पीछे होते हुए भी सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त कर रहे हैं यह अविश्वसनीय है। उन्होंने कहा कि सतत विकास के 7वें लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा के क्षेत्र में हम 76 गीगावाट पैदावार से 228 गीगावाट तक पहुंचे हैं। वर्ष 2013 -14 में भारत में जहां गरीब 27.6 प्रतिशत लोग गरीब रेखा के नीचे थे। वहीं प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में अब गरीबी घटकर 5.4 प्रतिशत पर रह गई है। तकरीबन 25 - 26 करोड़ लोग गरीबी रेखा से विगत वर्षों में पार पा चुके हैं। ऐसे ही सतत विकास के अन्य 17 लक्ष्यों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा बनाई योजनाओं के तहत प्राप्त कर भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। • कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए Medhaj ग्रुप के CMD डॉक्टर समीर त्रिपाठी जी ने ज्योतिष और सस्टेनेबिलिटी को जोड़ते हुए अपने अभिभाषण की शुरुआत की। जिसमें उन्होंने गुरुकुल परंपरा को हमारे सतत विकास के चौथे लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़कर उसकी महत्ता को बताया। अपनी बात रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि जिस दिन ज्योतिष और धर्मशास्त्र हमारे स्कूल पाठ्यक्रमों में सम्मिलित किए जाएंगे उसी दिन हम सतत विकास के लक्ष्यों को पूरी तरह से समझ पाएंगे। ज्योतिष को सस्टेनेबिलिटी से जोड़ते हुए उन्होंने हिन्दू पौराणिक कथाओं में सस्टेनेबिलिटी जैसे विषय की जिक्र होने की बात की। • मेधज ग्रुप के डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशन श्री गुंजन त्रिपाठी जी ने अपनी अभिभाषण की शुरुआत में कहा कि गुप्त नवरात्रि का पहला दिन और मेधज का 18वें स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि साध्वी निरंजन ज्योति जी का हमारे बीच उपस्थित होना यह संयोग मात्र नहीं है बल्कि आज देवी साक्षात हमारे पिच पधारी हैं। इस अवसर पर स्पष्ट किया कि वह सरकार की "मिशन लाइफ" और "नेट ज़ीरो" पहलों के प्रति पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। कंपनी ने एकजुट होकर इस सतत विकास के आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने सतत विकास को आगे बढ़ाने के लिए 500145 का एक मंत्र दिया। जिसमें 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पन्न करने,1 एक बिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने और नेट जीरो मिशन को 45% तक कम करने का संकल्प लिया। • इस सेमिनार में उपस्थित पूर्व आईएस अधिकारी एवं भारत सरकार में रह चुके पूर्व सचिव आशीष उपाध्याय ने 2070 तक मोदी जी द्वारा बताए गए नेट जीरो के लक्ष्य को हासिल करने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में आगे के सिर्फ 5 सालों की रणनीतियां बनाई जाती थी। लेकिन प्रधानमंत्री की सोच काफी दूरदर्शी है जिन्होंने 2047 तक सतत विकास के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य दिया है। नेट जीरो मिशन में ऊर्जा क्षेत्र की सबसे बड़ी भूमिका है क्योंकि विद्युत सभी उद्योगों का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा आज नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक ऊर्जा संचयन की क्षमता हम पैदा नहीं कर लेते तब तक पवन और सौर ऊर्जा का स्थाई उपाय नहीं कर पाएंगे। ऊर्जा हर उद्योग का अभिन्न अंग है। उन्होंने अभिभाषण में आगे कहा कि सतत विकास की अवधारणा को मजबूत करने की लिए हमें नवीकरणीय ईंधन की तरफ बढ़ना होगा। हमें जीवाश्म ईंधन से चलने वाले वाहनों की बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों को तरजीह देनी होगी। • इस आयोजन में मौजूद IIT कानपुर के प्रोफेसर डॉ सच्चिदानंद त्रिपाठी जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि सनातन धर्म में सस्टेनेबिलिटी बहुत पूर्व से ही गहराई से जुड़ी है। हमारे वैदिक ग्रंथों में इसका जिक्र बहुत उदाहरणों से मिलता है। अन्य देशों की तुलना में भारत की सनातन परंपरा सस्टेनेबिलिटी का धर्म प्राचीन काल से ही सिखाती चली आ रही है। • संगोष्ठी में मौजूद पूर्व आईएएस एवं विशेष मुख्य सचिव (असम) श्री रविशंकर प्रसाद जी ने सतत विकास पर बात करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जिस प्रकार पर्यावरण संरक्षण को राष्ट्रीय आंदोलन का रूप दिया है, वह प्रेरणास्रोत है।" • सेमिनार में मौजूद रणनीतिक सलाहकार, (एशिया रिसर्च एंड एंगेजमेंट) अरुण कुमार ने कहा कि विश्व ने नेट जीरो का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए 2070 का संकल्प लिया है जबकि भारत ने नेट जीरो का एक लक्ष्य स्वयं निर्धारित कर उसे 2030 तक प्राप्त करने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने में भारत के उद्योग जगत की बड़ी भूमिका है। 2030 तक सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में जिस तरह से भारत निरंतर लगा हुआ है वह पूरे विश्व के लिए प्रेरणा है। इसके बाद कार्यक्रम में Medhaj Techno Concept Pvt. Ltd. ने इस अवसर पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वह भारत को कार्बन न्यूट्रल राष्ट्र बनाने की दिशा में पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करता रहेगा। संस्था का मानना है कि सरकार के मार्गदर्शन और समाज की सहभागिता से यह लक्ष्य जल्द ही प्राप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर संस्था ने स्पष्ट किया कि वह सरकार की "नेट ज़ीरो" मिशन के प्रति पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। आयोजन समिति ने अपने वक्तव्य में कहा, "आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक दबावों के बीच पर्यावरणीय स्थिरता को प्राथमिकता देना अब विकल्प नहीं, बल्कि राष्ट्रीय अस्तित्व और समृद्धि की अनिवार्य शर्त बन चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणादायक पर्यावरणीय दृष्टि ने इस दिशा में देशभर में जागरूकता उत्पन्न की है।" यह सेमिनार न केवल विचार-विमर्श का मंच था, बल्कि यह हर भारतीय को कार्बन के खिलाफ इस युद्ध का सिपाही बनने का आह्वान भी था। इस अवसर पर आयोजित संवाद सत्रों में ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन टेक्नोलॉजी, और नीतिगत बदलावों जैसे विषयों पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने नवाचार, नीति सहयोग, और निजी क्षेत्र की भागीदारी को ‘नेट ज़ीरो मिशन’ की सफलता की कुंजी बताया। इस सेमिनार ने दर्शाया कि जब निजी क्षेत्र, नीति निर्माता और समाज एक साझा मंच पर आते हैं, तो भारत की हरित क्रांति और पर्यावरणीय नेतृत्व को नया आयाम मिलता है। • आयोजन: मेधज टेक्नो कॉन्सेप्ट प्राइवेट लिमिटेड का 18वां स्थापना दिवस • विषय: मिशन नेट ज़ीरो — इग्नाइटिंग ग्रीन ऑफेंसिव • स्थान: होटल ताज, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ • तिथि: 26 जून 2025 • उद्देश्य: भारत को कार्बन न्यूट्रल राष्ट्र बनाने हेतु संवाद, नीति और साझेदारी को बढ़ावा देना

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