फूला देवी महिलाओं के लिए मिसाल

फूला देवी महिलाओं के लिए मिसाल चित्रकूट उत्तर प्रदेशरू फूला देवी उन सभी महिलाओंके लिए मिसाल बन कर सामने आयींजिन्हेंअभूतपूर्व समस्याओंका सामना करना पड़ा है द्य एजुकेट गर्ल्स ने अपने 13वें स्थापना दिवस समारोह पर फूला देवीए जनपद चित्रकूट ए उत्तरप्रदेश कीटीम बालिका को देश की टीम बालिका अवार्ड से सम्मानित किया द्य एजुकेट गर्ल्स उन सभी महिलाओं के साथ कंधे से कंधामिला कर चलतीहै जिनके जीवन का लक्ष्य है शिक्षित प्रदेश के साथ समाज का कल्याण करना एजुकेट गर्ल्स ने अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस और 13 वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया द्य इस ऑनलाइन समारोह में 9ए000 से भी ज्यादा लोगों ने भाग लियाए जिसमें संस्था की टीम बालिकाएंए कर्मचारीए समुदाय के सदस्य एवं सरकारी अधिकारी भी शामिल थे\ एजुकेट गर्ल्स संस्था के साथ पूर्ण विश्वास और निःस्वार्थभाव से जुड़ी देश की टीम बालिका फूला की कहानी सीखने की प्रेरणा देती है द्य बचपन में डॉक्टर की लापरवाही की वजह से फूला देवी बैसाखी के सहारे चलती हैंए परन्तु इस अकुशलता को अपनी ताकत बना कर फूला ने मजबूत इरादों और साहसी निष्ठा की महिला की नींवरखी टीम बालिका के रूप में फूलादेवीनेडोर टू डोर सर्वेए 40 बालिकाओं का नामांकनए और कोरोना महामारी मे 20 बच्चोंको घर जा कर पढ़ाया और जागरूकता अभियान में सहयोग प्रदान किया है द्य स्कूल बंद होने की स्तिथि में संस्था के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे मिशन प्रेरणा में सहयोग देते हुए फूला देवी ने शिक्षा के गुणवत्ता को बढ़ायाए बच्चों की बुनियादी शिक्षा को पूरा किया और बच्चों के क्लास के मुताबिक पढ़ाई संबंधित सामग्री बच्चों के परिवार तक समय दृसमय पर पहुंचाई।फूला देवी ने संस्था द्वारा चलाए जाने वाले समुदाय आधारित शिक्ष्ण शिविर ; कैम्प विद्याद्ध मे बच्चों को पढ़ाई से जोड़ रखा है, एजुकेट गर्ल्स एक गैर.लाभकारी संस्था हैद्य संस्था ने 2007 में 500 स्कूलों से काम की शुरुआत कीए जो आज राजस्थानए मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के 18ए000 गाँवों तक अपनी पहुंच बना चुकी है,एजुकेट गर्ल्स जमीनी स्तर पर काम करने वाली 13ए000 से अधिक टीम बालिका ;स्वयंसेवकोंद्ध की टीम के साथ राज्योंकेउन क्षेत्रों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैए जहाँस्कूल ना जाने वाली लड़कियों की संख्या सबसे अधिक है और अब तक 13 लाख से भी ज्यादा बच्चों के सीखने के स्तर ;परिणामोंद्ध में सुधार हुआ है शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया के पहले डेवलपमेंट इंपैक्ट बॉन्ड का नेतृत्व करने के लिए प्रसिद्धए और एक दुस्साहसी प्रोजेक्ट बनने वाले पहले एशियाई गैर.लाभकारी संस्था के रूप मेंए एजुकेट गर्ल्स नेअपने सुधारात्मक शिक्षण पाठ्यक्रम का उपयोग करते हुए 2007 के बाद से 1ण्3 मिलियन से अधिक बच्चों के सीखने के परिणामों में सुधार किया है। हम सरकार और गांव के समुदायों के साथ मिलकर काम करते हैंए माता.पिता को उनकी लड़कियों को स्कूल भेजने के लिएए सरकार की ष्बेटी बचाओए बेटी पढ़ाओष् की दृष्टि के अनुरूप समझाने और प्रेरित करने का का काम करते हैं । कोरोना महामारी के समय में फूलादेवी ने शिक्षा में हुई उथल पुथल को सही ढंग से सुनिश्चित किया और संस्था को पूरा सहयोग दिया जिससे कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रह जाएद्य फूला देवी का कहना है ष्जिस स्थिति से मैं गुज़री हूँ एमैं नहीं चाहती हूँ कि मेरे गांव कि कोई दूसरी बच्ची इस स्थिति से गुज़रे

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