सड़क पर रुके वाहनों के बीच जानलेवा भिड़ंत में इजाफे पर चिंता

देश में सड़कों पर खड़े वाहनों से टकराने के कारण 2019 में 5086 लोग मारे गए। इन दुर्घटनाओं के कारण उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 1223 मौतें हुईं और पंजाब में 647 और हरियाणा में 330 लोगों को जान गंवानी पड़ीं। इंटरनेटशनल रोड फेडरेशन आईआरएफ ने देश में सड़क पर रुके हुए वाहनों के बीच जानलेवा भिड़ंत में इजाफे पर जताई चिंता आईआरएफ ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर सीएमवीआर नियमों के तहत वाणिज्यिक वाहनों पर रिफ्लेक्टर तथा रिफ्लेक्टिव पट्टियां लगाने का सख्ती से पालन कराए जाने का किया अनुरोध ताकि रात में अधिक साफ दिखें वाहन, दुनिया भर में बेहतर और अधिक सुरक्षित सड़कों के लिए काम कर रही जिनेवा स्थित वैश्विक सड़क सुरक्षा संस्था इंटरनेशनल रोड फेडरेशन ने देश में जगह.जगह रुके हुए वाहनों के कारण सड़क पर बढ़ती जानलेवा भिड़ंतों पर चिंता जताते हुए केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है और उनसे केंद्रीय मोटर यान नियम के नियम 104 को सख्ती से लागू किए जाने का अनुरोध किया है। इस नियम के तहत देश में सभी प्रकार के वाणिज्यिक वाहनों पर रिफ्लेक्टर और रिफ्लेक्टिव पट्टियां लगाना अनिवार्य है। इंटरनेशनल रोड फेडरेशन के मानद अध्यक्ष केके कपिला ने कहा सड़कों पर खड़े हुए वाहनों जैसे ट्रकों और चलते हुए वाहनों के बीच भिड़ंत की बढ़ती घटनाओं का एक मुख्य कारण यह है कि खड़े हुए ट्रक नजर नहीं आते। कपिला ने कहाए श्केंद्रीय मोटर यान नियमों के नियम 104 के अंतर्गत अधिकतर श्रेणियों के वाणिज्यिक वाहनों में रिफ्लेक्टर अथवा रिफ्लेक्टिव यानी रोशनी पड़ने पर चमकने वाली पट्टियां लगाना जरूरी है फिर भी इसका बहुत कम पालन होता है। प्रत्येक वाणिज्यिक वाहन के वार्षिक फिटनेस परीक्षण का प्रावधान है मगर नियम 104 का सख्ती से पालन नहीं होता है। इन प्रावधानों को पूरा नहीं करने वाले किसी भी वाहन को उक्त प्रक्रियाओं के दौरान तब तक जब्त किया जाना चाहिए अथवा मंजूरी नहीं दी जानी चाहिएए जब तक जरूरी सुधार नहीं किया जाए यानी एएस90 में उल्लिखित विशेष रंग की चमकने वाली पट्टियां वाहन के सभी ओर नहीं लगाई जाएं ताकि वाहन साफ नजर आए। उन्होंने कहा श्वाहनों के रखरखाव की अनिवार्य वार्षिक जांचए लाइसेंस नवीकरण आदि के समय भी इस बात को प्राथमिकता दी जानी चाहिए कि वाहन के साफ दिखने के लिए रिफ्लेक्टिव पट्टियां लगी हैं अथवा नहीं। भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को सख्ती के साथ इसका पालन कराने के लिए राज्य सरकारों के लिए परामर्श जानी करना चाहिए। श्री कपिला ने कह साफ नजर नहीं आने के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के साथ ही मैं सभी का ध्यान सड़क का इस्तेमाल करने वालों की वेदना की ओर भी खींचना चाहता हूं जो दुर्घटनाओं के सबसे अधिक शिकार होते हैं। उन्होंने कहा भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा प्रकाशित दुर्घटनाओं के वार्षिक आंकड़े बताते हैं कि साइकल चालकों पैदल यात्रियों और दोपहिया चालाकों को सबसे अधिक जान गंवानी पड़ी हैं। साइकलों में अक्सर रिफ्लेक्टर नहीं होतेए इसलिए रात में वे साफ नजर नहीं आतीं। इसीलिए राज्य सरकारों के अधीन राज्य परिवहन विभाग को रिफ्लेक्टर के साथ ही रिफ्लेक्टिव पट्टियां लगाना भी अनिवार्य कर देना चाहिए।

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