दीपावली सौहाद्र और एकता का संदेश देती है: महंत विशाल गौड़
खुशियों का त्योहार दीपावली आपसी प्यार संस्कार और एकता का संदेश देती है इसे पूरे भारत में सभी लोग आपसी सौहाद्र से मनाते है। दीपावली उत्तरी गोलार्ध की शरद ऋतु में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक पौराणिक उत्सव है। यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। आध्यात्मिक रूप से यह अन्धकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। दिवाली की सबसे प्रचलित कहानी भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद रावण पर विजय पाकर अयोध्या लौटने की है। रावण ने माता सीता जी का अपहरण कर लिया था, लेकिन भगवान राम ने हनुमान और सुग्रीव की मदद से रावण को हराकर सीता को बचाया। उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीये जलाए और पूरे नगर को रोशन किया, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दिवाली, रोशनी का त्योहार, बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। इस दिन दीपक केवल घरों को सजाने के लिए ही नहीं, बल्कि जीवन के एक गहन सत्य को संप्रेषित करने के लिए भी जलाए जाते हैं - जब भीतर का अंधकार ईश्वर के प्रकाश से दूर हो जाता है। द्रिक पं...